माँ अभिमान की तरह होती हैं, और पत्नी सावभिमान की तरह। .. Parth Pandey

माँ अभिमान की तरह होती हैं, और पत्नी सावभिमान की तरह। ..
माँ अभिमान की तरह होती हैं, और पत्नी सावभिमान की तरह। .. आपका अभिमान आपकी रक्षा करता हैं और अपने स्वाभिमान की रक्षा आपको करनी होती हैं... आपका अभिमान आपको मजबूत बनता हैं और अपने स्वाभिमान को आपको मजबूत बनाना पड़ता हैं। . .. अभिमान आपको ताकत देता हैं और स्वाभिमान को आपसे ताकत मिलती हैं.... अभिमान आपके साथ आपके जन्म से हैं और सावभिमान को बनाये रखने के लिए लिए जनम भर वादे निभाने पड़ते है। ... अभिमान के लिए आप उसकी इज्जत हो। ... और सावभिमान आपके लिए आपकी इज्जत हैं.... पर हर वक़्त मेरा अभिमान जीवन भर मेरे द्वारा मेरे स्वाभिमान को बनाये रखने में खुश हैं.



और हर पुरुष अपने अभिमान को स्वाभिमान से जायदा प्रेम करता हैं यह वह सत्य हैं जिसे दिखाने के लिए प्रभु हनुमान जी जैसे छाती चीरने का सहस और भक्ति चाहिए। ....


और अंत मैं श्री शाहरुख़ खान जी के शब्दो मे एक आदमी का सर तीन ही औरतों के सामने झुकता हैं
पहला देवी माँ...
दूसरा अपनी माँ। ....
और तीसरा।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।???????????????????????????
सावभिमान